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Wednesday, August 15, 2018

स्वतंत्रता दिवस शायरी 2018, independence day shayari in hindi 2018

🇪🇺 🇮🇳 🇪🇺 🇮🇳 🇪🇺 🇮🇳
आप सभी भारतवासियो को 72वें स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2018) की हार्दिक शुभकामनाएं।
जय भीम  नमो बुद्धाय, भारतीय संविधान जिन्दाबाद, 🇮🇳जय मूलनिवासी 🇪🇺
   
          ◆◆◇◇◆◆

कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ  नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा

Monday, April 24, 2017

गौतम बुद्ध के सुविचार- Gautam Buddha Quotes in hindi

गौतम बुद्ध के सुविचार   Gautam Buddha Quotes In Hindi       खुशियाँ     एक जलते हुए दीपक (मोमबत्ती) से हजारों दीपक रौशन किए जा सकते है, फिर भी उस दीपक की रौशनी कम नहीं होती| उसी तरह खुशियाँ बाँटने से बढ़ती है, कम नहीं होती|  क्रोध    तुम्हे अपने क्रोध के लिए सजा नहीं मिलती बल्कि तुम्हे अपने क्रोध से ही सजा मिलती है  स्वंय को जीत लो   हजारों लड़ाइयाँ जीतने से अच्छा यह है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो| फिर जीत हमेशा तुम्हारी है| इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता, न स्वर्गदूत और न राक्षस|   प्रेम    घृणा (बुराई) से घृणा (बुराई) कभी खत्म नहीं हो सकती| घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है| यह एक प्राकृतिक सत्य है|  सत्य का मार्ग   सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियाँ कर सकता है – या तो पूरा रास्ता न तय करना या फिर शुरुआत ही न करना|   वर्तमान में जियो   भूतकाल में मत उलझो, भविष्य के सपनों में मत खो जाओ| वर्तमान पर ध्यान दो | यही खुश रहने का रास्ता है|  सत्य    तीन चीजें कभी भी छुपी नहीं रह सकती – सूर्य, चन्द्रमा और सत्य|  क्रोध   क्रोधित रहना, जलते हुए कोयले को किसी दूसरे व्यक्ति पर फेंकने की इच्छा से पकड़े रहने के समान है| यह सबसे पहले आप को ही जलाता है|  यात्रा   मंजिल या लक्ष्य तक पहुँचने से ज्यादा महत्वपूर्ण यात्रा अच्छे से करना होता है|  शांति    हजारों शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाता है|  अच्छाई   आप चाहें जितनी भी किताबें पढ़ लें, कितने भी अच्छे शब्द सुन लें उनका कोई फायदा नहीं जब तक कि आप उनको अपने जीवन में नहीं अपनाते|   संदेह  संदेह या शक की आदत से भयानक कुछ भी नहीं| संदेह लोगों को अलग करता है और मित्रता तोड़ता है|  खुशियाँ   खुशियों का कोई रास्ता नहीं, खुश रहना ही रास्ता है|  प्रेम   अगर आप वाकई में अपने आप से प्रेम करते है, तो आप कभी भी दूसरों को दुःख नहीं पहुंचा सकते|  गौतम बुद्ध – Gautam Buddha
गौतम बुद्ध के सुविचार 
Gautam Buddha Quotes

खुशियाँ  

 एक जलते हुए दीपक (मोमबत्ती) से हजारों दीपक रौशन किए जा सकते है, फिर भी उस दीपक की रौशनी कम नहीं होती| उसी तरह खुशियाँ बाँटने से बढ़ती है, कम नहीं होती|

क्रोध 

तुम्हे अपने क्रोध के लिए सजा नहीं मिलती बल्कि तुम्हे अपने क्रोध से ही सजा मिलती है

स्वंय को जीत लो

 हजारों लड़ाइयाँ जीतने से अच्छा यह है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो| फिर जीत हमेशा तुम्हारी है| इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता, न स्वर्गदूत और न राक्षस|

प्रेम 

घृणा (बुराई) से घृणा (बुराई) कभी खत्म नहीं हो सकती| घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है| यह एक प्राकृतिक सत्य है|

सत्य का मार्ग

सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियाँ कर सकता है – या तो पूरा रास्ता न तय करना या फिर शुरुआत ही न करना|

वर्तमान में जियो

भूतकाल में मत उलझो, भविष्य के सपनों में मत खो जाओ| वर्तमान पर ध्यान दो | यही खुश रहने का रास्ता है|

सत्य 

 तीन चीजें कभी भी छुपी नहीं रह सकती – सूर्य, चन्द्रमा और सत्य|

क्रोध

 क्रोधित रहना, जलते हुए कोयले को किसी दूसरे व्यक्ति पर फेंकने की इच्छा से पकड़े रहने के समान है| यह सबसे पहले आप को ही जलाता है|

यात्रा

मंजिल या लक्ष्य तक पहुँचने से ज्यादा महत्वपूर्ण यात्रा अच्छे से करना होता है|

शांति 

हजारों शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाता है|

अच्छाई 

आप चाहें जितनी भी किताबें पढ़ लें, कितने भी अच्छे शब्द सुन लें उनका कोई फायदा नहीं जब तक कि आप उनको अपने जीवन में नहीं अपनाते|

संदेह

संदेह या शक की आदत से भयानक कुछ भी नहीं| संदेह लोगों को अलग करता है और मित्रता तोड़ता है|

खुशियाँ

खुशियों का कोई रास्ता नहीं, खुश रहना ही रास्ता है|

प्रेम

अगर आप वाकई में अपने आप से प्रेम करते है, तो आप कभी भी दूसरों को दुःख नहीं पहुंचा सकते|


गौतम बुद्ध – Gautam Buddha

Sunday, April 16, 2017

माता रमाबाई अम्बेडकर

रमाबाई अम्बेडकर
   जालिमों से लड़ती भीम की रमाबाई थी 
मजलूमों को बढ़ के जो,आँचल उढ़ाई थी
जाति धर्म चक्की में पिसते अवाम को
दलदल में डूबते समाज को बचाई थी

एक-एक पैसे से,भीम को पढ़ाई थी
मेहनत मजदूरी से जो भी जुटाई थीं
गोबर इकट्ठा बना कण्डी के उपले
बज़ारों में बेच कैसे घर को चलाई थी

Tuesday, March 28, 2017

Jai bhim shayari in hindi, हिंदी जय भीम शायरी

हिंदी जय भीम शायरी
Jay Bhim Hindi Shayari on  Dr.Baba Saheb Ambedkar Ji 
 सारा जहां है जिनकी शरण मै 
नमन है उस बाबा के चरण मे
बने उस बाबा के चरणो की धुल 
आओ मिलकर चढाये श्रध्धा के फूल

 निंद अपनी खोकर जगाया हमको
आंसु अपने गिराकर हसाया हमको
कभी मत भुल ना उस महा मानव को 
जमाना कहता है "बाबा साहब" जिनको

 जब पैदा हो बच्चे तो, धरातल भीम का हो !
कसम है मुझे मेरे "भीम" की, 
दिल धड़क जाता तो होगा जब हम दिया जलाते होंगें
एक दिया उस भीम के नाम...

 जब पैदा हो बच्चे तो, धरातल भीम का हो !
कसम है मुझे मेरे "भीम" की, 
दिल धड़क जाता तो होगा जब हम दिया जलाते होंगें
एक दिया उस भीम के नाम...


 देश के लिये जिन्होने विलाश को ठुकराया था।
गीरे हुये को जिन्होंने स्वाभिमान सिखाया था।
जिसने हम सबको तूफानों से टकराना सिखाया था।
देश का वो था अनमोल दिपक जो बाबा साहब कहलाया था।
आज हम उनकी बातो को आज दिल से अपनायेंगे,
चलो आज  हम सब मिलकर आंबेडकर जयंती मनाये।

 नजारों मे नजारा देखा एसा नजारा नही देखा,
आसमान मे जब भी देखा मेरे भीम जैसा सितारा नही देखा।

 कर गुजर गये वो भीम थे,दुनिया को जगाने वाले भीम थे,

हमने तो सिर्फ इतिहास पढा है यारो,

इतिहास बनाने वाले मेरे भीम  थे।


 गरज उठे गगन सारा,समुन्दर छोडें आपना कीनारा,

हिल जाए जहान सारा,जब गूंजे "जय भीम" का नारा।


 सर उंचा उठाकर जिना सिखाया मेरे भीम ने 

जुल्म के खिलाफ संधर्ष करना सिखाया मेरे भीम ने

आज मे बहोत उंचा उठा मुजे उंचा उठाया मेरे भीम ने।


 भीम जैसा सूरज अगर निकला ना होता,

हम दलितों के जिवन मे ये उजाला ना होता,

मर गये होते युही जुल्म सहकर 

अगर हमे भीम जैसा रखवाला मिला ना होता।


 युगों से शापित मानव को बदल दिया वरदानो मे 

हिन दिनो के आंसू तुम्हीं ने बदले है मुसकानो मे


 ना छुरी रखता हुं ना पिस्तौल रखता हुं 
"जय भिम" का बेटा हुं दिल में जिगर रखता हुं.!
इरादों मे तेज़ धार रखता हुं इसलिए 
हमेशा अकेला ही निकलता हु.!!
ये आवाज नही शेर कि दहाड़ है…..
हम खडे हो जाये तो पहाड़ है। जय भिम

 फूलो की कहानी बहारो ने लिखी...

रातो की कहानी सितारों ने लिखी...

हम नहीं है किसी के गुलाम...क्योंकि हमारी जिंदगी,

बाबासाहब जी ने लिखी!!जय भिम 


 देश में क्रांति ऐसी हो

जब आँख बंद हो तो, सहारा भीम का हो !

एक पीढ़ी मिट जाये तो, कोई गम नहीं,

लेकिन मरते वक्त भी हर जुबॉ पर नारा भीम का हो

।। जय भीम।। नमो बुध्दायो


 हम मौत को भी ठोकर मार के भगा देंगे,

मुर्दों को भी जीना सिखा देंगे !

जो बुझी शमा जिंदगी की तो उसे भी जला देंगे !!

जिस दिन हम युवा एक हो गए !

अपने भारत को बाबा के सपनो का भारत बना देंगे


 उजडो की दुनिया वो बसा कर चले गये ।

कितने दर्द दिये जालिमो ने,वो फिर भी मुस्कुराते चले गये ।

अरे कितने खुदगर्ज है हम लोग,जो भूलाकर भीमको 

दिवाली के दिये जलाते चले गये ।।।।जय भीम ।।।।


 याद वो मंजर आता तो होगा, ओर फिर ..

महफिले अँधेरा शर्माता तो होगा,

जो दिन रात हमारे लिए जागता था |


 सौ बार चमन महका.....सौ बार बहार आई .....लेकीन. . .

ग्रुप मे रौनक तब आई,जब "जय भीम" की आवाज आयी....जय भीम


 कोई हस्ती कोई मस्ती कोई चाव पे मरता है..

कोई नफरत कोई मौहब्बत कोई लगाव पे मरता है..

ये गृप है उन दिवानों का यहां हर बन्दा भीमराव पे मरता है.


 गली गली मे  * नीला * लहरा देंगे..

दुश्मनो को कदमो मे झुका देंगे..

*महाशक्ती* बनेंगी ऐसी की ,हर शहर मे" * भीम दरबार * 

और भारत मे *" भीम राज्य "* बना देंगे !!


 हमे डर नहि किसी के "बाप" का 

क्योंकी इस देश का "संविधान" है मेरे "बाप" का


 ना इश्क का शौक है .. ना  मोहब्बत करते है ..

भिमराय के प्रेमी है ..बस सब को जय भिम कहते है !! जय भिम


 लड़ने से डरे वो वीर नहीं होता।

दुश्मन के आगे झुके वो सिर नहीं होता।

ये तो चौरासी लाख जन्मों का पुण्य है।

वरना ऐसे ही '' *बौद्ध धर्म* " मेँ मेरा जन्म नहीं होता


 जिस दिन हमारे दिल में" डॉ.बाबा साहेब आंबेडकर"

और दिमाग मे उनकी विचारधारा होगी,

याद रखना उस दिन अदालत भी हमारी होगी

और फैसला भी हमारा होगा...!


 "जिन्दगी" की खुशी  ना " मौत " का गम...
जब तक है....दम...जय भीम कहेगें हम

 मेरे लीऐ तो गीता, कुरान, बाईबल से भी बडकर है

मेरा भारत का संविधान


 घर घर में बाबासाहेब पहुंचे यही कोशीश है मेरी 

हर जयभिमवाला सुट-बुट मे रहें यहीं चाहत हैं मेरी.

भले ही कोई मुझे जयभिम ना कहे 
हर अपने को जय भीम कहना आदत है मेरी
जयभिम

 ये " शान "ये " शौकत " और ये " ईमान " न होता।

आज कोई इस देश में किसी का " मेहमान " न होता!

नहीँ मिल पाती " खुशियां "हमे इस वतन में।

अगर इस देश का संविधान" बाबा साहेब " ने लिखा न होता।।


 जितना फोन में "सीम" की जरूरत है ।उससे ज्यादा...

हमारे देश को "भीम" की जरूरत है ।.

फोन नहीं चलता है, "सीम" के बीना ।

ये देश नहीं चलता है, बाबा भीम के बीना।.

गर्व से बोलो ""जयभीम"" ।