Jai Bhim namobuddhay
लड़ने से डरे वो वीर नहीं होता।दुश्मन के आगे झुके वो सिर नहीं होता।ये तो चौरासी लाख जन्मों का पुण्य है।वरना ऐसे ही '' *बौद्ध धर्म* " मेँ मेरा जन्म नहीं होता
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Jai Bhim namobuddhay
ReplyDeleteलड़ने से डरे वो वीर नहीं होता।
ReplyDeleteदुश्मन के आगे झुके वो सिर नहीं होता।
ये तो चौरासी लाख जन्मों का पुण्य है।
वरना ऐसे ही '' *बौद्ध धर्म* " मेँ मेरा जन्म नहीं होता